रायपुर पूरे जिले में अभी एक भी कोरोना पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है। किंतु पूरे जिले में हजारों लोगों को क्वारंटाइन में रहने के लिए कहा गया है। जिन लोगों को अन्य प्रदेशों या अन्य देशों से आए 2 माह से अधिक समय हो गया है, उन्हों ने भी क्वारंटाइन में रहने के लिए कहा जा रहा है। वहीं जिन लोगों को 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन किया गया था, उन्हें अब 28 दिन के लिए क्वारेंटाइन में रहने के लिए कहा जा रहा है। जबकि उनके ब्लड सैंपल एक बार भी जांच के लिए नहीं लिए गए हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग के कार्यों पर सवाल उठने लगे हैं। वहीं संबंधित लोगों के घरों में कागज चस्पा किया जा रहा है।
इस संबंध में ब्लॉक मेडिकल आफिसर डॉ. राजेश अवस्थी का कहना है कि क्वारंटाइन की अवधि 14 दिनों से बढ़ाकर 28 दिन कर दी गई है। इसलिए 28 दिन तक संबंधित लोगों को क्वारंटाइन में रहना होगा। इसके लिए ही संबंधित लोगों के घरों में कागज (सूचना) लगाए जा रहे हैं। लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है।
19 मार्च को सिर्फ एक कोरोना पॉजिटिव केस ने ऐसे बदल दी थी प्रदेश की तस्वीर
- सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश में धारा 144 लगाने का ऐलान कर दिया।
- नगरीय निकाय क्षेत्रों में आने वाले सभी मॉल, चौपाटी, बाजार या अन्य स्थालों जहां चाट-चौपाटी, फॉस्ट फूड और अन्य खाद्य वस्तु को बेचने के लिए अस्थायी ठेले आगामी आदेश तक बंद रखने का आदेश जारी हुआ।
- परिवहन विभाग ने अंतरराज्यीय बस सेवाओं को आगामी आदेश तक अस्थाई रूप से बंद किया दिया।
- इसके बाद 24 से पीएम नरेंद्र मोदी ने लॉक-डाउन का आदेश निकाल दिया। इसके बाद से देश बंदी हो गई, जो 14 अप्रैल तक जारी रहेगी।